स्वामी विवेकानन्द के अनमोल विचार
- उठो जागो और लक्ष्य तक पहुंचे बिना मत रुको ।
- बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी ।
- एक अच्छे चरित्र का निर्माण हजारो बार ठोकर खाने के बाद होता है ।
- संभव की सीमा जानने का केवल एक ही तरीका है,असंभव से भी आगे निकल जाओ।
- सभी सकती तुम्हारे भीतर है,आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते है।
- जो तुम्हारी मदद करे उसे कभी मत भूलो, जो आपसे प्यार करे उससे कभी नफरत मत करो, जो आप पर विश्वाश करे उसे कभी धोखा मत दो ।
- एक बार एक व्यक्ति ने स्वामी जी से पूछा--"सुब कुछ खो देने से बुरा क्या है"। स्वामी जी ने कहा--"वाह उम्मीद खोना जिसके भरोसे हम सब कुछ वापस पा सकते है।"
- शक्ति ही जीवन है,कमजोरी ही मृत्यु है।आप क्या सोचते है आप वही होंगे । यदि आप आपने को कमजोर समझते है तो आप कमजोर बाने रहेंगे। यदि आप आपने को शक्तिमान समझते है तो आप शक्तिमान बने रहेंगे।
- ब्राह्माण की सारी शक्तियां पहले से ही हमारी है,वह हमी है जो अपनी आँखों पर हाथ रख लेते है और फिर रोते है कि कितना अँधेरा है ।
- हम वो है हमे हमारी सोच ने बनाया है,इसलिए इस बात का ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते है शब्द गोंड है विचार रहते है वो दूर तक यात्रा करते है ।
- यदि आप भगवान पर विशवास नहीं कर सकते तो अपने आप पर विश्वास करे ।
- किसी एक विचार को अपने जीवन का लक्ष्य बनाओ,कुविचारों त्यागकर केवल उसी के बारे में सोचो पाओगे की सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी ।
- दिन में एकबार भी अगर कोई समस्या नहीं आती तो समझलो की तुम गलत रास्ते पर हो ।
- सभी कमजोरी सभी बंधन मात्र एक कल्पना है,कमजोर न पड़े,मजबूती के साथ खड़े हो जाओ शक्तिशाली बानो,आपके भीतर अनंत शक्ति है ।
- जिस समय जिस काम की प्रतिज्ञा करो,ठीक उसी समय पर उसे करना चाहिए नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है ।
- विश्व एक व्यायामशाला है, जहा हम खुद को मजबूत बनाने आते है ।
- दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है,आपने स्वभाव अपने आप के प्रति सच्चे रहना।
- ज़िन्दगी का रास्ता बना बनाया नहीं मिलता है,स्वयं बनाना पड़ता है। जिसने जैसा मार्ग बनाया उसे वैसी मंजिल मिलती है ।
- आधुनिक भौतिक विज्ञानं उन्ही निष्कर्षो तक पंहुचा है, जिन तक भारतीय वेदांत युगो पहले पहुंच चूका है ।
- मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता खुद है ।
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